Meri Maa (My Mother)

The bond between a Mother and her Child can never be fathomed. Unlike all children, My mother and I had our share of difficulties, but no matter how oblivious you are to her existence, the epiphany happens on a sudden day. When I got pregnant, I realized that the only genuine help I had, was from her, and she is the reason my twinadoes are still alive. In this poem and video, I pay a very small tribute to my mother, because she means the world to me!

Watch the video below:-

Here is the Poem in Text:-

Meri Maa

आंखें खोली पहली दफ़ा
पहली दफ़ा जब तुझको देखा
यक़ीन पर यक़ीन हुआ माँ
मैंने जब तुझको देखा ||

हाथ थाम कर साथ कभी,
कभी पीछे-पीछे चलती थी
हन्नी , उसको नीचे रखो,
दिन में १०० बार तू कहती थी ||

मेरी हर बिगड़ी बात संभाले
मैंने तुझको देखा ||

माथे पे बिंदी लगाकर
अपनी चुन्नी की साड़ी पहना कर
मुझे छोटी सी दुल्हन बनाकर
छुप-छुप कर रोया करती थी ||

उसका प्यारा खिलौना थी मै
जो रोती तो माँ बहलाती थी
ज्यादा शैतानी कर दूँ
तो एकलौते झापड़ से सुधरती थी ||

कभी आधी रात को उठ के कहती थी,
“सो जा हन्नी, अब कल पढ़ लेना”
और अगर कल भी देर से उठ गयी
तो दही-चीनी खिलाकर रवाना कर देना ||

पल-पल ये दुआ करती थी
“हे भगवन, ये लड़की पास हो जाये
कॉलेज की डिग्री बस कर ले
फिर इसके हाथ पीले हो जाएं” ||

एक दिन उसने ढूंढ ही लिया
अपनी बेटी के लिए एक घर
“अब तू उनकी है, उनके साथ रहना”
कहती थी मन में लेके एक डर ||

मेरी शादी का जोड़ा
खुद मेरी माँ ने पसनद किया
और जब मैं तैयार होकर आयी
फूट पड़ा उसके सब्र क घड़ा ||

एक दिन मैंने कहा
माँ सिंगल नहीं, आप हो डबल नानी
चुप सी हो गयी
सिर्फ इतना कहा…
“खुश रहना मेरी रानी”

बस ऐसे ही चलती रहेगी
मेरी माँ की और मेरी कहानी
मेरी wonder woman , मेरी दोस्त, मेरी guide और एक छोटे बचे जैसी,
सब कुछ है ये naughty नानी !!

लव यू माँ!

 

 

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